Monday 19 October 2015

मत पूछ के कितनी मोहब्बत है तुझसे ऐ बेखबर,
बारिश की बूँदे भी तुझे छू लें, तो दिल जलने लगता है...
काश तुम्हे हम ये बता पाते,,
इस दिल.की मोहोब्बत को हम दिखा पाते,,
दामन तुम्हारा हम खुशियों से भर देते,,
जो तुम हमे अपना बना पाते...!!
 Sawal Kuch Bhi Ho,
Jawab Tum Hi Ho
Rasta Koi Bhi Ho,
Manzil Tum Hi Ho
Dukh Kitna Hi Ho,
Khushi Tum Hi Ho
Arman Kitne Bhi Ho,
Aarzoo Tum Hi Ho
Gussa Kitna Bhi Ho,
Pyar Tum Hi Ho
Khawab Koi Bhi Ho,
Us Mein Tum Hi Ho,
kyunki TUM HI HO…!!!
Ab tum hi ho ........ 
Khush Rahna faty  😃😃😃

तू मोहब्बत है मेरी इसीलिए दूर है मुझसे… 
अगर जिद होती तो शाम तक बाहों में होती ।
तेरी मोहब्बत कि तलब थी तो हाँथ फैला दिये हमने,
वरना हम तो अपनी जिन्दगी के लिए भी दुआ नही मागते.

क्या ऎसा नहीं हो सकता के हम तुम से तुमको
माँगे ?
और तुम मुस्कुरा के कहो के अपनी चीजें माँगा नहीं
करते..
😢😢😢